प्रवास अवरोध कार्यक्रम
- सामान्य परिचय
खेती योग्य भूमि लगातार कम हो रही है, जनसंख्या बढ़ रही है और प्राकृतिक आपदाओं के कारण ग्रामीण आजीविका की तलाश में गांवों और शहरों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं। गांवों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव भी पलायन का एक बड़ा कारण है।इसके अलावा गांवों में लगातार हो रहा कुटीर उद्योगों का पतन, भूमिहीन कृषक, ऋणग्रस्तता, सामाजिक, आर्थिक और प्राकृतिक कारण पलायन को विवश करते हैं।
- सर्वे
इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि हर दस घरों मे से 7 घर 4 महने के रोजगार के लिए शहर की पलायन किया जाता है।
प्रथम जनगणना 1951 के समय में ग्रामीण आबादी 83 प्रतिशत एवं शहरी आबादी 17 प्रतिशत थी। वर्ष 2011 की जनगणना में यह गांवों में घटकर 68 प्रतिशत और शहरों में बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है ।